शेयर हुए महंगे, सोने में निवेश करने का सही वक्त | TRADE NIVESH

TRADE NIVESH : इस बार अक्षय तृतीया पर निवेशक सोने पर दांव लगा सकते हैं. इस वजह से आगे सोने की कीमतों तेजी के संकेत दिख रहे हैं. जानकारों का कहना है कि अगले छह महीनों में सोने की कीमतों में तेजी रह सकती है. हिंदू और जैन धर्म में अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है. इस बार 7 मई को अक्षय तृतीया का त्योहार है.


विश्लेषकों का कहना है कि इस साल सोना 1,250-1,350 डॉलर प्रति औंस के बीच कारोबार कर सकता है. दूसरी छमाही में वैश्विक घटनाओं को लेकर अनिश्चितता का माहौल दिख सकता है. उधर, शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक अपने शिखर के करीब हैं. सेंसेक्स हाल में 39,000 अंक का आंकड़ा पार कर चुका है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब निवेशक शेयर मार्केट से दूरी बना सकते हैं, क्योंकि शेयरों का मूल्यांकन बहुत अधिक है. इसके अलावा शेयर बाजार में अनिश्चितता है. किसी को पता नहीं कि यह तेजी आगे भी तेजी जारी रहेगी यह नहीं. कच्चे तेल की  .. 

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की हाजिर कीमतों में इस साल 5 फीसदी की गिरावट आई है. इस साल की शुरुआत में गोल्ड का स्पॉट रेट 1,346 डॉलर की ऊंचाई पर पहुंचा था. फिलहाल यह करीब 1275-1280 डॉलर प्रति औंस के दायरे में कारोबार कर रहा है. निवेशकों ने पिछले 4-5 महीने में सोने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है. 

ब्रेक्जिट की समय सीमा बढ़ने और यूएस-चीन व्यापार वार्ता को लेकर सकारात्मक संकेतों से सोने की कीमतों पर दबाव रहा है. इस साल अमेरिका और चीन के सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों ने भी शेयर बाजार की रैली में योगदान दिया. इसके चलते सोने की सुरक्षित निवेश मांग में कमी आई. गौरतलब है कि जब भी दुनिया के किसी हिस्से में राजनीतिक तनाव बढ़ता है तो सोने की सुरक्षित निवेश मांग में इजाफा होता है.

ब्रेक्जिट की समय सीमा बढ़ने और यूएस-चीन व्यापार वार्ता को लेकर सकारात्मक संकेतों से सोने की कीमतों पर दबाव रहा है. इस साल अमेरिका और चीन के सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों ने भी शेयर बाजार की रैली में योगदान दिया. इसके चलते सोने की सुरक्षित निवेश मांग में कमी आई. गौरतलब है कि जब भी दुनिया के किसी हिस्से में राजनीतिक तनाव बढ़ता है तो सोने की सुरक्षित निवेश मांग में इजाफा होता है.

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन पटेल ने कहा, ''हम वैश्विक बाजारों के लिए साल की दूसरी छमाही काफी कठिन समझते हैं. वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के साथ सोने में 1,250-1,350 डॉलर के ऊपरी स्तर पर कारोबार की उम्मीद है.' पटेल ने कहा, "ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों से दुनियाभर के उभरते देशों की तेल आयात करने की लागत बढ़ेगी, जिसका असर शेयर बाजारों पर पड़ सकता है.

पटेल ने कहा, ''यूरोपीय संघ ने 31 अक्टूबर तक ब्रेक्जिट के लिए समय दिया है. यह समय सीमा नजदीक आने पर हम बाजारों के सतर्क रहने की उम्मीद कर सकते हैं. अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व और अन्य प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने वैश्विक आर्थिक सुधार को लेकर चिंता जताई है. यूएस फेड की तरफ से ब्याज दरों को लेकर नरमी के संकेत से भी सोने को सपोर्ट मिल सकता है.

इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव, सुरेंद्र मेहता ने कहा: “निश्चित रूप से लंबे समय में सोना बेहतर रिटर्न देगा. भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट आई है, क्योंकि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में तेजी आई है. लेकिन तेल की बढ़ती कीमतों से डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट की संभावना है. इस प्रकार भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में मजबूती दिख सकती है. इससे निवेशक सोने पर दांव लगा सकते हैं. ”

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